
देवप्रयाग: उत्तराखंड में भीषण आपदा के बीच सांसद अनिल बलूनी और विधायक विनोद कंडारी बाल-बाल बच गए, जब उनके वाहन के पास पहाड़ी से अचानक भूस्खलन हुआ। सांसद और विधायक आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने देवप्रयाग डिग्री कॉलेज के पास पहुंचे थे, तभी मलबे का तेज बहाव उनके वाहन के पास आ गया। गनीमत रही कि इस दौरान दोनों सुरक्षित रहे और कोई चोट नहीं आई।
भूस्खलन के कारण उनका वाहन मलबे में फंस गया, लेकिन तुरंत कार्रवाई करते हुए तहसीलदार के वाहन से सांसद और विधायक देवप्रयाग पहुंचे और कार्यक्रमों में भाग लिया। एनएच की टीम ने सरकारी वाहन को निकालने के लिए मलबा हटाने का कार्य शुरू किया।
सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि इस वर्ष उत्तराखंड में आई भीषण अतिवृष्टि और भूस्खलन ने प्रदेश को गहरे घाव दिए हैं, जिन्हें भरने में समय लगेगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर भूस्खलन का भयावह दृश्य साझा करते हुए कहा कि यह पूरी स्थिति दर्शाती है कि उत्तराखंड इस समय कितनी भीषण प्राकृतिक आपदा से गुजर रहा है।
उन्होंने देवस्थली बाबा केदारनाथ से प्रदेशवासियों के सुरक्षित जीवन, अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली की मंगलकामना की। सांसद ने अधिकारियों, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों, प्रशासन और मलबा हटाने वाले कर्मचारियों के समर्पण और सेवाभाव की भी सराहना की।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी और निजी प्रयास जारी हैं। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने और प्राथमिक राहत उपलब्ध कराने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। सांसद बलूनी ने जनता से भी अपील की कि वे प्रशासन का सहयोग करें और इस कठिन समय में धैर्य बनाए रखें। उत्तराखंड की पहाड़ी सड़कों पर भूस्खलन और मलबे के कारण आवागमन पर असर पड़ा है, लेकिन राहत एवं बचाव कार्य तेज़ी से जारी है। सांसद और विधायक की सुरक्षित उपस्थिति ने प्रभावित लोगों में उम्मीद और हौसला बढ़ाया है।