
उत्तराखंड के हरिद्वार और देहरादून में बीते 24 घंटे के घटनाक्रम ने पुलिस महकमे को हिला दिया है। शनिवार को हरियाणा के जींद जिले से फरार एक बदमाश को पकड़ने हरिद्वार पहुंची पुलिस टीम के दरोगा पर आरोपी ने गोली चला दी थी। दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गए और बदमाश मौके से फरार हो गया। रविवार को देहरादून में पुलिस ने उसकी घेराबंदी की, लेकिन आरोपी ने सरेंडर करने की बजाय खुद को गोली मार ली, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक, शनिवार शाम हरियाणा पुलिस की टीम बदमाश की तलाश में हरिद्वार पहुंची थी। आरोपी पर वहां के एसपी को धमकी देने और अन्य आपराधिक मामलों में केस दर्ज था। पुलिस को सूचना मिली थी कि वह रोडवेज बस अड्डे और रेलवे स्टेशन के आसपास छिपा है। इसी दौरान जींद जिले के उप निरीक्षक सुरेंद्र ने बस अड्डे पर उसे देख लिया और पकड़ने की कोशिश की। दोनों के बीच हाथापाई हुई और इसी दौरान आरोपी ने पिस्तौल निकालकर दरोगा सुरेंद्र पर फायरिंग कर दी। गोली दरोगा के पेट और कोहनी में लगी। साथी पुलिसकर्मियों ने घायल सुरेंद्र को तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया गया।
दूसरी ओर, आरोपी फरार होकर देहरादून पहुंच गया और शहर के लक्ष्मण चौक क्षेत्र में एक परिचित अधिवक्ता के यहां छिप गया। रविवार को पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर घेराबंदी की, लेकिन खुद को बचाने के लिए आरोपी ने फिर से फायरिंग की और आखिरकार खुद पर ही गोली चला दी। गोली लगते ही वह मौके पर ढेर हो गया।
हरिद्वार और देहरादून पुलिस टीमों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है और हरियाणा में कई संगीन मामलों में वह वांछित था।
इस पूरे घटनाक्रम ने हरिद्वार और देहरादून दोनों जगह दहशत का माहौल पैदा कर दिया। लोग खुलेआम गोलीबारी और अपराधियों की बेखौफ हरकतों से हैरान हैं। वहीं, पुलिस अधिकारियों ने साफ किया है कि अपराधी किसी भी सूरत में कानून से बच नहीं सकते।