मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अपने आवास पर आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में जनस्वास्थ्य, आपदा राहत और राज्यहित से जुड़े कई अहम मुद्दों पर निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि जन स्वास्थ्य के साथ किसी भी कीमत पर समझौता स्वीकार नहीं होगा। उन्होंने जिलाधिकारियों, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को संयुक्त अभियान चलाकर राज्यभर में नकली दवाओं के उत्पादन और बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाने के निर्देश दिए। धामी ने चेतावनी दी कि नकली दवाओं के कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उनके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जाए।
मुख्यमंत्री ने धराली आपदा और अन्य प्रभावित क्षेत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि पीड़ित परिवारों का पुनर्वास और राहत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने राजस्व सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति को जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए ताकि पूरे राज्य में राहत और पुनर्वास कार्यों को बड़े स्तर पर लागू किया जा सके।
बैठक में मुख्यमंत्री ने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्यभर में एक व्यापक स्वदेशी अभियान शुरू किया जाएगा, जिसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया गया। उन्होंने सरकारी खरीद में स्वदेशी वस्तुओं को प्राथमिकता देने और सरकारी आयोजनों में स्थानीय उत्पादों के अधिकतम उपयोग पर बल दिया। धामी का कहना था कि जीएसटी स्लैब में हाल के बदलावों से स्वदेशी वस्तुओं को और बढ़ावा मिलेगा।
राज्य के अग्निवीरों को लेकर भी मुख्यमंत्री ने विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उनके लिए उचित प्रशिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में समय-समय पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने बैठक में यह भी स्पष्ट किया कि सरकार अपने विज़न डॉक्यूमेंट में जनता से किए गए वादों को तेजी से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की भावनाओं और आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए काम करें और विकास योजनाओं को पारदर्शिता और तत्परता के साथ लागू करें।
इस बैठक से यह संदेश साफ है कि उत्तराखंड सरकार नकली दवाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई, आपदा राहत कार्यों की प्राथमिकता और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाने जा रही है।
