
चमोली जिले के थराली तहसील में शुक्रवार देर रात बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई। उत्तरकाशी में हाल ही में आई बादल फटने की घटना के बाद यह दूसरी आपदा है। इस प्राकृतिक आपदा में लगभग 90 परिवार प्रभावित हुए हैं। घटना स्थल पर प्रशासन और बचाव एजेंसियां लगातार राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
राहत कार्य और एंबुलेंस तैनाती
आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि अब तक एक युवती का शव बरामद किया जा चुका है। वहीं, चेपड़ों बाजार में एक अन्य लापता व्यक्ति की तलाश जारी है। राहत कार्यों में एनडीआरएफ के 27, एसडीआरएफ के 12, डीडीआरएफ के 7 और एसएसबी ग्वालदम के 12 जवान लगे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर चार चिकित्साधिकारी, छह स्टाफ नर्स, एक फार्मासिस्ट और आवश्यक जीवनरक्षक औषधियों सहित एंबुलेंस के साथ अलर्ट मोड में तैनात की गई है। कर्णप्रयाग और देवाल में भी अतिरिक्त चिकित्सक और एंबुलेंस तैनात किए गए हैं।
प्रशासन और नागरिक सहयोग
प्रशासन ने प्रभावितों के लिए खाने, रहने और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था सुनिश्चित की है। राहत कार्यों के लिए इमरजेंसी संपर्क नंबर भी जारी किए गए हैं। साथ ही, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदयाल आज आपदा पीड़ितों से मिलने थराली पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री का दौरा और भविष्य की तैयारी
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह धामी आज थराली का दौरा करेंगे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेंगे। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में सुरक्षा और बचाव के सभी इंतजाम पहले से सुनिश्चित किए थे, ताकि आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
इस आपदा ने एक बार फिर यह साबित किया है कि पहले से तैयार रहना और त्वरित प्रतिक्रिया देना कितनी अहम भूमिका निभाता है। प्रशासन, राहत दल और स्थानीय नागरिक मिलकर अब प्रभावित परिवारों को सहारा दे रहे हैं। यह घटना उत्तराखंड में मौसम की तीव्रता और जलवायु बदलाव की गंभीर चुनौती की याद दिलाती है। अधिकारियों का प्रयास है कि प्रभावितों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जाए और राहत कार्यों में तेजी लाई जाए।