
उत्तराखंड के काशीपुर में गुरुनानक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई। 9वीं कक्षा के एक छात्र ने अपने भौतिक विज्ञान शिक्षक गगनदीप सिंह कोहली पर तमंचे से गोली चला दी। गोली दाहिने कंधे के नीचे लगी, जिससे शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां करीब तीन घंटे चले ऑपरेशन के बाद गोली को सुरक्षित बाहर निकाला गया। फिलहाल शिक्षक ICU में भर्ती हैं और अगले 72 घंटे उनके स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं।
घटना बुधवार सुबह लगभग 10:30 बजे हुई, जब इंटरवल की घंटी बजने के बाद शिक्षक क्लासरूम से बाहर निकल रहे थे। उसी समय आरोपी छात्र ने अपने टिफिन बॉक्स से छिपाकर लाया गया तमंचा निकाला और पीछे से फायर कर दिया। गोली चलने के बाद क्लासरूम में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद अन्य शिक्षकों ने छात्र को दबोच लिया और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस जांच में सामने आया कि दो दिन पहले फिजिक्स की क्लास में जब छात्र सवाल का सही जवाब नहीं दे पाया, तो शिक्षक ने उसे थप्पड़ मारकर डांट लगाई थी। इसी घटना से आहत होकर छात्र ने वारदात की योजना बनाई। बुधवार को उसने टिफिन बॉक्स में तमंचा छिपाकर स्कूल पहुंचकर मौका मिलने पर हमला कर दिया।
अस्पताल के सर्जन डॉ. मयंक अग्रवाल ने बताया कि गोली शिक्षक की गर्दन के पास रीढ़ की हड्डी के नजदीक फंसी थी। बड़ी सावधानी से ऑपरेशन कर गोली को निकाल दिया गया है। अब शिक्षक ICU में निगरानी में हैं और उनकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस ने नाबालिग छात्र को हिरासत में ले लिया है। उसके खिलाफ केस दर्ज कर उसे संरक्षण गृह भेजने की तैयारी की जा रही है। इस घटना ने पूरे शहर में सुरक्षा और स्कूल परिसर में छात्रों द्वारा हथियार लाने की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों में आक्रोश और हिंसक प्रवृत्ति के बढ़ते मामलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह घटना न केवल काशीपुर, बल्कि पूरे राज्य में स्कूल सुरक्षा, शिक्षक-छात्र संबंध और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर चिंतन करने की आवश्यकता को सामने लाती है। घटना के बाद प्रशासन ने सभी स्कूलों में सुरक्षा उपायों की समीक्षा और सख्त निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इस मामले ने शिक्षा संस्थानों में सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को फिर से ताजा किया है।