
गुरु नानक कॉलेज, देहरादून में वर्ल्ड फोटोग्राफी डे के अवसर पर डिजिटल क्लब की ओर से एक भव्य और रचनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य फोटोग्राफी को कला और अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में प्रोत्साहित करना था। पूरे दिन चली गतिविधियों ने छात्रों को अपनी रचनात्मकता, कल्पनाशीलता और तकनीकी दक्षता प्रदर्शित करने का अवसर दिया।
छात्रों ने दिखाई नई सोच
कार्यक्रम की शुरुआत “फोटोग्राफी + स्टोरी टेलिंग” प्रतियोगिता से हुई। इसमें प्रतिभागियों ने Campus Life, Nature और Friendship जैसे विषयों पर 100 शब्दों की कहानी के साथ अपनी तस्वीरें प्रस्तुत कीं। इस अनूठी गतिविधि ने शब्दों और तस्वीरों को जोड़कर एक भावनात्मक और रचनात्मक अनुभव दिया।
इसके बाद “कैप्शन दिस फोटो” प्रतियोगिता हुई। इसमें स्क्रीन पर दिखाई गई एक रैंडम फोटो के लिए छात्रों को त्वरित और आकर्षक कैप्शन लिखना था। यह एक्टिविटी छात्रों की रचनात्मक सोच और तुरंत प्रतिक्रिया देने की क्षमता का परीक्षण बनी।
तीसरी और सबसे बहसतलब गतिविधि रही “फोटोग्राफी डिबेट”। विषय था – “मोबाइल फोटोग्राफी बनाम DSLR: फोटोग्राफी का भविष्य”। छात्रों ने दोनों माध्यमों की खूबियों और सीमाओं पर तकनीकी और रचनात्मक दृष्टिकोण से तर्क रखे।
नेतृत्व ने दी प्रेरणा
कॉलेज के सीईओ भूपिंदर सिंह ने कहा, “डिजिटल युग में फोटोग्राफी केवल कला नहीं, बल्कि विचारों को व्यक्त करने का सशक्त माध्यम है। ऐसे आयोजन छात्रों को नई दिशा देते हैं।”
सीओओ श्रीमती विनीत अरोड़ा ने बदलती तकनीक की अहमियत पर जोर दिया, जबकि सीएसओ सैथजीत सिंह ने टीमवर्क और विश्लेषणात्मक सोच के विकास को फोटोग्राफी से जोड़ा। रजिस्ट्रार डॉ. ललित कुमार ने कहा कि कॉलेज का उद्देश्य छात्रों को पाठ्यक्रम के साथ-साथ उनकी रुचियों का मंच देना है। निदेशक डॉ. एस. दुरैवेल ने कहा, “हर छात्र के भीतर एक अलग नजरिया होता है, हमारा प्रयास है कि उसे पहचानकर निखारा जाए।”
प्रोफेशनल सत्र भी शामिल
इस मौके पर वरिष्ठ वीडियो एडिटर वरुण चुग ने विशेष सत्र लिया। उन्होंने वीडियो एडिटिंग और फोटोग्राफी के बीच तालमेल पर जानकारी साझा की और छात्रों को व्यावहारिक सुझाव दिए।
समापन और सम्मान
कार्यक्रम के अंत में डिजिटल क्लब की टीम को आयोजन की सफलता के लिए बधाई दी गई। कॉलेज प्रबंधन ने भविष्य में भी ऐसे रचनात्मक कार्यक्रमों को जारी रखने की घोषणा की।