
उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में मौसम फिर से चुनौतीपूर्ण हो गया है। रविवार को मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर और चम्पावत जिलों के कुछ हिस्सों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेशभर में बिजली चमकने, तेज गर्जन और तेज दौर की बारिश की संभावना बनी हुई है। अनुमान है कि यह मौसम का मिजाज 15 अगस्त तक ऐसे ही बना रह सकता है। इससे पहाड़ी और मैदानी दोनों इलाकों में जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।
भारी बारिश का असर सड़कों पर साफ नजर आ रहा है। राज्य में दो राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) समेत 145 मार्ग बंद हो गए हैं, जिससे लोगों को आवाजाही में गंभीर दिक्कतें पेश आ रही हैं। लोक निर्माण विभाग (PWD) से मिली जानकारी के मुताबिक—
- 94 सड़कें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत बंद
- 47 सड़कें लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत बंद
- 2 राष्ट्रीय राजमार्ग बंद
- 2 मार्ग बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) के अधीन बंद
इन मार्गों के बंद होने से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। पहाड़ी इलाकों में जरूरी सामान, सब्जी, दूध और दवाओं की सप्लाई पर असर पड़ने लगा है। लोक निर्माण विभाग और बीआरओ की टीमें सड़कें खोलने में जुटी हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश और जगह-जगह भूस्खलन राहत कार्यों में बाधा डाल रहा है। प्रदेश के आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और नदी-नालों के किनारे जाने से बचने की सलाह दी है। पर्यटकों को भी पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा से पहले मौसम और सड़क की स्थिति की जानकारी लेने की हिदायत दी गई है।