पौड़ी जिले की राजनीति में एक बड़ा और अप्रत्याशित बदलाव सामने आया है। जहरीखाल क्षेत्र से जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं ज्योति बिष्ट पटवाल, जिन्होंने कुछ समय पहले कांग्रेस के समर्थन से भाजपा की मजबूत प्रत्याशी नीतू रावत को हराकर सबको चौंका दिया था, अब खुद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई हैं। उस समय उनकी जीत को कांग्रेस खेमे के लिए एक बड़ी उपलब्धि और भाजपा के लिए झटका माना गया था, क्योंकि नीतू रावत मौजूदा भाजपा विधायक महंत दिलीप रावत की पत्नी हैं और क्षेत्र में उनका राजनीतिक प्रभाव गहरा माना जाता है।
ज्योति बिष्ट पटवाल ने जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी के तौर पर लड़ा था और भाजपा के गढ़ माने जाने वाले इलाके में जीत दर्ज कर राजनीतिक पंडितों का ध्यान खींचा था। उनकी जीत के पीछे स्थानीय मुद्दे, जनसंपर्क और क्षेत्रीय समीकरणों का बड़ा योगदान रहा। लेकिन अब, भाजपा में शामिल होकर उन्होंने राजनीतिक समीकरणों को एक नई दिशा दे दी है।
भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योति बिष्ट पटवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड में अभूतपूर्व विकास कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं भाजपा की कार्यशैली और विकास के विज़न से प्रभावित हूं। मेरा उद्देश्य हमेशा से अपने क्षेत्र का विकास और जनता की भलाई रहा है। भाजपा के साथ मिलकर मैं इस लक्ष्य को और मजबूती से पूरा कर पाऊंगी।”
भाजपा नेताओं ने उनके पार्टी में आगमन का जोरदार स्वागत किया। उन्होंने कहा कि ज्योति बिष्ट का अनुभव और लोकप्रियता पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती देगी। भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा, “उनका आना हमारे लिए शक्ति वृद्धि है। वे एक जुझारू और जनहित में काम करने वाली नेता हैं।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ज्योति बिष्ट का यह कदम कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। यह न केवल स्थानीय स्तर पर कांग्रेस की पकड़ को कमजोर करेगा, बल्कि भाजपा के लिए भी जहरीखाल और आसपास के क्षेत्रों में जनाधार बढ़ाने का मौका देगा।आगामी निकाय और विधानसभा चुनावों में यह बदलाव भाजपा को रणनीतिक बढ़त दिला सकता है।