
उत्तराखंड में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख पदों के चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है, जिसके तहत 14 अगस्त को मतदान और मतगणना एक ही दिन में कराई जाएगी। इसके साथ ही 12 जिलों में आदर्श आचार संहिता भी प्रभावी कर दी गई है।
निर्वाचन आयोग की अधिसूचना के अनुसार, 11 अगस्त को नामांकन दाखिल किए जाएंगे। नामांकन पत्रों की जांच उसी दिन की जाएगी और आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के बाद 14 अगस्त को सुबह मतदान शुरू होगा। मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद मतगणना कराई जाएगी और उसी दिन परिणामों की घोषणा भी संभव है।
यह चुनाव उन जिलों में हो रहा है जहां जिला पंचायत अध्यक्ष या ब्लॉक प्रमुख के पद रिक्त हो गए थे, या फिर उनका कार्यकाल पूरा हो चुका है। जिन 12 जिलों में आचार संहिता लागू की गई है, उनमें देहरादून, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर, चंपावत और अल्मोड़ा शामिल हैं।
चुनाव की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराएं। सभी उम्मीदवारों और दलों को आचार संहिता का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि इन चुनावों में स्थानीय राजनीतिक समीकरणों के मद्देनज़र मुकाबला बेहद दिलचस्प होने की संभावना है। जिला पंचायत और ब्लॉक स्तर की राजनीति में यह चुनाव सत्ता संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं। राज्य भर में चुनावी गतिविधियां तेज हो गई हैं और संभावित प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए निर्भीक होकर मतदान करें और आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग करें।