
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर रविवार को हुई भगदड़ की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। इस दर्दनाक हादसे में छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि दर्जनों अन्य घायल हुए हैं। हादसे को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिया है कि घायल श्रद्धालुओं के इलाज में कोई कोताही न बरती जाए और सभी को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। उन्होंने कहा कि हादसे की पूरी तहकीकात मजिस्ट्रियल जांच के माध्यम से कराई जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि हादसे में कुल 35 लोग घायल हुए हैं, जिनमें छह की जान चली गई। घायलों में से गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं को हायर सेंटर रेफर किया गया है।
बताया गया कि यह भगदड़ करंट फैलने की अफवाह के बाद हुई। श्रद्धालुओं में अचानक भय फैल गया, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया और लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए। हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य में तेजी लाई गई। मौके पर तैनात 108 एंबुलेंस सेवा की सात गाड़ियाँ और ‘खुशियों की सवारी’ की दो एंबुलेंस ने घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर जरूरी मदद दी।
प्रशासन ने हादसे के मद्देनज़र हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए हैं, ताकि ज़रूरतमंदों को त्वरित सहायता मिल सके।
हरिद्वार जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र के नंबर हैं:
📞 01334-223999, 9068197350, 9528250926
राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र, देहरादून के नंबर हैं:
📞 0135-2710334, 2710335, 8218867005, 9058441404
इस घटना ने धार्मिक स्थलों पर भीड़ नियंत्रण और आपात सुरक्षा व्यवस्थाओं की गंभीरता को उजागर कर दिया है। सरकार और प्रशासन के लिए यह एक चेतावनी है कि तीर्थ स्थलों पर व्यवस्थाओं को और अधिक मजबूत और संवेदनशील बनाया जाए।