
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने ज्योतिर्मठ को आपदा सुरक्षित बनाने के लिए 291.15 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की है। यह घोषणा भगवान बदरीविशाल के कपाट खुलने की पूर्व संध्या पर की गई, जिससे श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित और सुनियोजित यात्रा सुनिश्चित हो सकेगी।
ज्योतिर्मठ में भू-धंसाव की समस्या
जनवरी 2023 में ज्योतिर्मठ में भू-धंसाव के कारण कई भवनों में बड़ी दरारें आई थीं। इससे प्रभावित 22 प्रतिशत संरचनाओं की पहचान की गई थी। इस संकट से निपटने के लिए मुख्यमंत्री धामी ने शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ क्षेत्र का दौरा किया और विशेषज्ञों की 35 सदस्यीय टीम से नुकसान और राहत कार्यों का आकलन कराया। इस रिपोर्ट के आधार पर उच्च स्तरीय समिति ने पुनर्निर्माण कार्यों के लिए वित्तीय सहायता को मंजूरी दी।
परियोजना के प्रमुख कार्य
इस परियोजना के तहत अस्थिर क्षेत्रों को स्थिर करने, जलनिकासी और सीवरेज प्रणाली में सुधार करने जैसे कार्य किए जाएंगे। पहले चरण में अलकनंदा नदी के किनारे ढलान स्थिरीकरण, जन और स्वच्छता के काम शामिल हैं। इन कार्यों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने तैयार कर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भेजी है।
मुख्यमंत्री का आश्वासन
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “ज्योतिर्मठ के सुनियोजित विकास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। ज्योतिर्मठ की देवतुल्य जनता को भरोसा दिलाता हूं कि एक सुरक्षित, विकसित, सुनियोजित और सुंदर ज्योतिर्मठ शहर का सपना जल्द साकार होगा।” इस परियोजना से न केवल ज्योतिर्मठ के आपदा प्रभावित क्षेत्र को सुरक्षित किया जा सकेगा, बल्कि भगवान बदरीविशाल के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित विश्राम स्थल उपलब्ध हो सकेगा।