
देहरादून के राजपुर रोड़ स्थित एक नामी किताब की दुकान पर डीएम बंसल ने छापेमारी के लिए सिटी मजिस्ट्रेट और तीन बुक डिपो के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाया है।
दरअसल जिलाअधिकारी सविन बंसल ने अभिभावकों की शिकायतो को सुनते हुए किताबो की दुकानों पर छापेमारी के निर्देश दिए। जिसके बाद बुक डिपो और निजी स्कूलो का पर्दाफाश किया गया। सविन बंसल के आदेश पर शिक्षा माफियों पर रातो- रात मुकदमें दर्ज होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासनिक छापेमारी में जीएसटी चोरी, फर्जी प्रकाशन के साथ कई किताबो के आईएसबीन नंबर ट्रैक नहीं हो पाया। जिसके चलते यूनिवर्सल बुक डिपो राजपुर रोड़, नेशनल बुक डिपो डिस्पेंसरी रोड़, ब्रदर पुस्तक भंडार सुभाष रोड़ पर संगीन धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। और स्टोक बुक को भी जब्त कर दिया है।
डिपो तब तक नहीं चलेगा जब तक सीजीएसटी की जांच प्रकिया नहीं होती। बिना बार कोड की किताबों को भी किया जा रहा है जब्त। बंसल का कहना है कि शिक्षा क्षेत्र में नहीं चलेगा माफिया राज। शिक्षा सुलभ होनी चाहिए ना कि सिर्फ पैसे कमाने का जरिया। और देखा जाए तो कहीं से स्कूलों तक कमीशन पुष्टि होती है तो ऐसे स्कूलो के खिलाफ भी कारवाई की जाएगी। इसके साथ ही, मनमानी फीस वृद्धि के मामलों का भी परीक्षण कराया जा रहा है।
संयुक्त मजिस्ट्रेट गौरी प्रभात के अनुसार, इस छापेमारी के दौरान किताबों की अधिक दाम पर बिक्री, बिना बिल के कॉपी किताबे बेचने की भी पुष्टि हुई है। इसके साथ ही किताबों के साथ बेचे जा रहे दूसरे सामान में जीएसटी की भी चोरी की जा रही थी।