
उत्तराखंड में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय की डिग्री और डिप्लोमा जारी करने की प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं। यह विश्वविद्यालय कई कोर्सेज और डिग्री डिप्लोमों के नाम पर छात्रों से फीस वसूल कर रहा है, लेकिन कई ऐसे कोर्स हैं जो मान्यता प्राप्त नहीं हैं। इससे छात्रों के भविष्य को लेकर चिंता गहरी हो गई है।
जानकारी के अनुसार, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय द्वारा संचालित कुछ डिग्री और डिप्लोमा कोर्स बिना किसी मान्यता के छात्रों को दिए जा रहे हैं, जो ना केवल विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है, बल्कि शिक्षा विभाग की निगरानी पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। इन डिग्री और डिप्लोमा को जारी किए जाने के बाद छात्रों को यह आश्वासन नहीं मिल पा रहा है कि उनका कोर्स सरकारी और निजी क्षेत्रों में मान्यता प्राप्त होगा।
इस मुद्दे पर कांग्रेस और विपक्षी दलों ने तीखी आलोचना की है। कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय को उच्च शिक्षा आयोग और उत्तराखंड राज्य सरकार से उचित मान्यता प्राप्त नहीं है। इसके बावजूद, विश्वविद्यालय छात्रों को झूठे वादों और बिना मान्यता के डिग्री डिप्लोमा प्रदान कर रहा है।
वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि वे सभी निर्धारित नियमों के तहत कार्य कर रहे हैं, लेकिन मान्यता की स्थिति को लेकर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में इस तरह के मामलों को लेकर राज्य सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं, जिससे छात्रों के भविष्य पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।