
उत्तराखंड सरकार ने रुद्रनाथ मंदिर दर्शन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया है। अब श्रद्धालु रुद्रनाथ जाने से पहले सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकरण करवा सकेंगे। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए उठाया गया है। पंजीकरण प्रणाली लागू होने से यात्रियों को मंदिर दर्शन के दौरान भीड़भाड़ से बचने में मदद मिलेगी और इससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं भी मिलेंगी।
यह निर्णय रुद्रनाथ यात्रा के दौरान बढ़ती संख्या में श्रद्धालुओं को देखते हुए लिया गया है। पंजीकरण के माध्यम से यात्रा की तिथियों और व्यवस्था का सही आंकलन किया जा सकेगा, जिससे यात्रा को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके। साथ ही, ऑनलाइन पंजीकरण से स्थानीय प्रशासन को बेहतर तरीके से ट्रैकिंग और सुरक्षा उपाय लागू करने में भी मदद मिलेगी। पंजीकरण के बाद श्रद्धालु को यात्रा के लिए एक पुष्टि पत्र मिलेगा, जिसे वे यात्रा के दौरान अपने पास रखेंगे।
इसके अलावा, राज्य सरकार ने केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य को और बेहतर बनाने के लिए भी योजना तैयार की है। केदारनाथ क्षेत्र में वन्यजीवों की सुरक्षा और उनके प्राकृतिक आवास की रक्षा के लिए यह योजना बनाई जा रही है। सरकार ने इस अभयारण्य में पर्यावरणीय संरक्षण और स्थानीय जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए कई उपायों पर विचार किया है। इस योजना के तहत, वन्यजीवों की सुरक्षा के साथ-साथ पर्यटकों के लिए सुरक्षित और अनुकूल यात्रा मार्ग बनाने पर भी जोर दिया जाएगा।