उत्तराखंड सचिवालय में आईएएस अधिकारी से दुर्व्यवहार मामले में अब IAS एसोशिएशन भी कूद गया है। एसोसिएशन ने प्रकरण पर फौरन कार्रवाई की मांग करते हुए आईएएस अधिकारी और सचिव ऊर्जा मीनाक्षी सुंदरम को अपना समर्थन देने से जुड़ा पत्र जारी किया है। आईएएस अधिकारी मीनाक्षी सुंदरम से दुर्व्यवहार मामले में जहां एक तरफ तमाम संगठन अफसर के पक्ष खुलकर सामने आ रहे हैं तो वहीं अब भारतीय प्रशासनिक सेवा संघ ने भी मीनाक्षी सुंदरम को समर्थन देने से जुड़ा पत्र जारी कर दिया है।
IAS एसोशिएशन के सचिव दिलीप जावलकर के हस्ताक्षर से जारी हुए इस पत्र में बॉबी पवार के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई है। संगठन ने उत्तराखंड सरकार के सचिव और उनके कार्यालय स्टाफ पर हमले की कड़ी निंदा भी की है। संगठन ने पत्र में लिखा कि एक आईएएस अधिकारी को जान से मारने की धमकी देना और उनके कार्यालय में घुसकर उनके साथ दुर्व्यवहार करना शत्रुता पूर्ण माहौल बना रहा है। इससे सचिवालय में सचिव के कार्यालय का काम भी बाधित हुआ है, जिसे लेकर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
इससे पहले सचिवालय के तमाम अधिकारी भी निजी रूप से मीनाक्षी सुंदरम के पक्ष में अपना बयान दे चुके हैं। मामले में कठोर कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। खास बात यह है कि सचिवालय संघ ने इसके लिए आपातकालीन बैठक भी बुलाई है, जिससे इस मामले में कोई गंभीर फैसला ले सकें। उधर दूसरी तरफ ऊर्जा निगम में इंजीनियर संगठन के साथ ही दूसरे संगठनों ने भी अपने सचिव के साथ हुए दुर्व्यवहार पर नाराजगी जताकर उनके पक्ष में खड़ा होने की बात कही है।
हालांकि, इस मामले में मीनाक्षी सुंदरम पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि बॉबी पवार अपने दो साथियों के साथ किसी टेंडर को लेने के लिए दबाव बना रहे थे। इसी को लेकर उनके कार्यालय में उनके साथ व्यवहार किया गया। उधर दूसरी तरफ बॉबी पंवार ने इस मामले को उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के सेवा विस्तार से जोड़ा है। उनका कहना था कि यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक को 2 साल के सेवा विस्तार का आदेश लेने के लिए वह सचिव के पास गए थे, लेकिन उन्होंने कड़े शब्दों में उन्हें इसे देने से इनकार कर दिया. जिसके कारण मौके पर कुछ कहासुनी हुई।