उत्तराखंड में खेल महाकुंभ का आयोजन वर्ष 2017 से हर साल हो रहा है, जिसका उद्देश्य ग्राम पंचायत, ब्लॉक और राज्य स्तर पर खेल प्रतिभाओं को अपनी क्षमता दिखाने का बेहतर मौका देना है।
उत्तराखंड में शुरू हो रहे खेल महाकुंभ की शुरुआत 662 न्याय पंचायत स्तर की प्रतियोगिताओं से होगी, जो आगे ब्लॉक, जिला और फिर राज्य स्तर तक बढ़ेंगी, लंबी अवधि वाले इन खेलों की अंतिम तिथि अभी तय नहीं हुई है, लेकिन सभी प्रतियोगिताओं के तीन महीने के भीतर समाप्त होने का अनुमान है।
बृहस्पतिवार को विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा ने जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
वर्ष 2017 से हर साल आयोजित हो रहे इस खेल महाकुंभ का उद्देश्य ग्राम पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक खेल प्रतिभाओं को अपना बेहतरीन प्रदर्शन करने का मंच प्रदान करना है।
इस महाकुंभ का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन करना है, जिन्हें आगे चलकर राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन के लिए तैयार किया जा सके।
हर साल महाकुंभ में भाग लेने वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि हो रही है, पिछले दो वर्षों में लगभग दो से ढाई लाख बच्चों ने विभिन्न खेलों में हिस्सा लिया था, लेकिन इस बार लगभग साढ़े तीन लाख बच्चों के भाग लेने की उम्मीद है।