देहरादून एसएसपी की ओर से साल 2024 के 07 महीने की आपराधिक घटनाओं की समीक्षा की गई। कुछ थाना प्रभारियों को उत्कृष्ट कार्य करने पर शाबाशी दी गई। वहीं ढिलाई बरतने वालों के पेंच कसे गए हैं। डकैती की घटना का खुलासा और माल बरामदगी में थाना डालनवाला उत्कृष्ट रहा। लूट की घटनाओं के खुलासे में कोतवाली पटेल नगर अव्वल रही।
नकबजनी के मुकदमों में थाना प्रेमनगर और रायपुर का बेहतर प्रदर्शन रहा। थाना क्लेमेंटाउन, रायवाला और रानीपोखरी इस मामले में सबसे पीछे रहे। नगर कोतवाली और पटेलनगर क्षेत्र में बढ़ी वाहन चोरी की घटनाओं और खुलासे में आई आई कमी पर नाराजगी जताई गई है। ट्रैफिक इनफोर्समेंट में थानों का प्रदर्शन निराशजनक रहा, जिसके बाद सख्त हिदायत दी गई है। साथ ही यातायात नियमों के उल्लंघन करने वालों के विरुद्व चालानी कार्रवाई में सीपीयू और ट्रैफिक पुलिस के प्रदर्शन में कमी आयी कमी है। सेलाकुई सहित नेहरू कॉलोनी चालानी कार्रवाई में सबसे पीछे रहे हैं।
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने पुलिस अधिकारियों के साथ मासिक अपराध बैठक की थी। एसएसपी ने बैठक के दौरान पिछले 07 महीने के अपराधों की समीक्षा करते हुए उत्कृष्ट कार्य करने वाले थाना प्रभारियों की पीठ थपथपाई तो शिथिलता बरतने वाले थानाध्यक्षों को हिदायत दी गई।
यातायात नियमों के उल्लंघन पर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की समीक्षा में सीपीयू और ट्रैफिक पुलिस के प्रदर्शन में आयी कमी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एसएसपी द्वारा यातायात नियमों के उल्लंघन का करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये। साथ ही थाना प्रभारी सेलाकुई और नेहरू कॉलोनी को चालानी कार्रवाई में सबसे पीछे रहने पर चेताया गया।
पिट एनडीपीएस (PIT NDPS) के तहत पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई की थानावार समीक्षा की गई। मादक पदार्थो की तस्करी में शमिल आरोपियों के खिलाफ पिट एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रिवेन्टिव कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये। पिट एनडीपीएस के तहत अब तक पुलिस द्वारा अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 05 नशा तस्करों के खिलाफ प्रिवेन्टिव एक्शन लेते हुए उन सभी आरोपियों को 03 महीने के लिये जेल भेजा गया है।
गैंगस्टर में हुई ये कार्रवाई: गैंगस्टर एक्ट के तहत पंजीकृत मुकदमों में आरोपियों की अवैध सम्पत्ति के चिन्हीकरण और जब्तीकरण के लिए की गई कार्रवाई के सम्बन्ध में सम्बन्धित थाना प्रभारियों से जानकारी प्राप्त की गई। साथ ही ऐसे सभी मामलों जिनमें चिन्हीकरण की कार्रवाई किया जाना बाकी है, इन मामलों में उनके लम्बित रहने के कारणों की जानकारी प्राप्त करते हुए सम्बन्धित थाना प्रभारियों को सख्त हिदायत दी गई।